CIBIL Score Check : अगर आप भी बार-बार अपना CIBIL स्कोर चेक करते हैं, तो सावधान हो जाइए! इससे आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है और लोन लेने में दिक्कत आ सकती है। RBI के नए नियमों के तहत अब CIBIL स्कोर अपडेट होने के तरीके में भी बदलाव किया गया है। तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी डिटेल्स।
CIBIL स्कोर क्या होता है
CIBIL स्कोर तीन अंकों का एक नंबर होता है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और क्रेडिटवर्थिनेस (creditworthiness) को दर्शाता है। यह 300 से 900 के बीच होता है, जिसमें 750 या उससे ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। अगर आपका स्कोर इससे कम है, तो लोन लेने में दिक्कत हो सकती है।
15 दिन में मिलेगा अपडेटेड CIBIL स्कोर
RBI के नए नियमों के अनुसार, अब आपका CIBIL स्कोर हर 15 दिन में अपडेट किया जाएगा। यानी महीने की 15 तारीख और महीने के अंत में आपका स्कोर रिफ्रेश हो जाएगा। पहले CIBIL स्कोर अपडेट होने में काफी वक्त लगता था, लेकिन नए नियमों से यह प्रोसेस अब तेज़ और आसान हो जाएगा।
बार-बार स्कोर चेक करना सही या गलत
बहुत से लोग ये नहीं जानते कि बार-बार अपना CIBIL स्कोर चेक करने से नुकसान हो सकता है। CIBIL स्कोर चेक करने के दो तरीके होते हैं— सॉफ्ट इंक्वायरी और हार्ड इंक्वायरी।
- सॉफ्ट इंक्वायरी: जब आप खुद अपना स्कोर चेक करते हैं, तो इसे सॉफ्ट इंक्वायरी कहा जाता है। इससे आपके स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ता।
- हार्ड इंक्वायरी: जब बैंक या कोई फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन आपके स्कोर की जांच करता है, तो इसे हार्ड इंक्वायरी कहा जाता है। अगर आप बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो आपके स्कोर पर बुरा असर पड़ सकता है।
RBI का नया नियम क्या कहता है
RBI के नए नियमों के तहत, अब अगर कोई बैंक या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन बार-बार आपके CIBIL स्कोर की जांच करता है, तो इससे आपके स्कोर पर पहले से ज्यादा असर पड़ेगा। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उन लोगों पर पड़ेगा, जो बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं।
CIBIL स्कोर कम होने के कारण
अगर आपका CIBIL स्कोर कम हो रहा है, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- लोन का समय पर रीपेमेंट न करना: अगर आप अपने लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं भरते, तो आपका स्कोर गिर सकता है।
- क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो गड़बड़ होना: अगर आप अपनी क्रेडिट लिमिट का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे भी आपका स्कोर प्रभावित हो सकता है।
- बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना: ज्यादा बार हार्ड इंक्वायरी होने से आपका स्कोर गिर सकता है।
- लोन गारंटर बनना: अगर आपने किसी का लोन गारंटर बनने का फैसला किया और वह समय पर लोन नहीं चुका पाया, तो इसका असर आपके स्कोर पर भी पड़ेगा।
CIBIL स्कोर सुधारने के तरीके
अगर आपका CIBIL स्कोर खराब हो गया है, तो चिंता मत कीजिए। इसे सुधारने के कुछ आसान तरीके हैं:
- समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड का बिल भरें: अगर आप अपने बकाया भुगतान को सही समय पर करेंगे, तो आपका स्कोर धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा।
- क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखें: अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से कम इस्तेमाल करने की कोशिश करें।
- बार-बार लोन के लिए अप्लाई करने से बचें: अगर आपको वाकई लोन की जरूरत हो, तो एक बार सही प्लानिंग के साथ आवेदन करें।
- पुराने लोन अकाउंट को बंद न करें: अगर आपने कोई पुराना लोन समय पर चुका दिया है, तो उसे बंद करने की बजाय ओपन रखें। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी बनी रहेगी।
CIBIL स्कोर कहां चेक करें
अगर आप अपना CIBIL स्कोर चेक करना चाहते हैं, तो CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट या RBI द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों पर जाकर इसे फ्री में देख सकते हैं।
RBI के नए नियमों के बाद CIBIL स्कोर को लेकर सतर्क रहना जरूरी हो गया है। बार-बार हार्ड इंक्वायरी से बचें और अपने क्रेडिट स्कोर को हेल्दी बनाए रखें। अगर आप अपने फाइनेंशियल डिसीजन सोच-समझकर लेंगे, तो लोन लेने में आपको कोई दिक्कत नहीं होगी।