Employee Age Hike : सोशल मीडिया पर इन दिनों सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने से जुड़ा एक आदेश तेजी से वायरल हो रहा है। इस फर्जी आदेश को देखकर सरकारी कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई, लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो सबकी उम्मीदों पर पानी फिर गया। असल में, यह एक एडिटेड डॉक्यूमेंट था, जिसे असली सरकारी आदेश की तरह दिखाने की कोशिश की गई थी। जब प्रशासन ने इसकी जांच करवाई, तो पूरा मामला फर्जी निकला।
कैसे हुआ हंगामा
वायरल हुए इस फर्जी सरकारी आदेश में दावा किया गया था कि हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र बढ़ा दी है। यह आदेश मुख्य सचिव के नाम से जारी किया गया था, जिससे पहली नजर में यह असली लगने लगा। कई कर्मचारियों को लगा कि सरकार ने उनकी रिटायरमेंट उम्र बढ़ाकर बड़ा तोहफा दे दिया है। सोशल मीडिया पर यह खबर इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही घंटों में पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गई।
लेकिन जब सरकार की नजर इस पर पड़ी, तो तुरंत इसकी सच्चाई की जांच शुरू कर दी गई। जांच में पता चला कि यह आदेश पूरी तरह से फर्जी है और इसे एडिटिंग के जरिए तैयार किया गया था।
प्रशासन ने किया खुलासा
सरकार ने इस फर्जी आदेश को पूरी तरह से खारिज कर दिया और साफ कर दिया कि रिटायरमेंट उम्र में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जैसे ही यह जानकारी बाहर आई, वैसे ही कई कर्मचारियों की उम्मीदें टूट गईं। प्रशासन ने सभी कर्मचारियों और आम जनता से अपील की है कि किसी भी वायरल डॉक्यूमेंट पर बिना जांच-पड़ताल के भरोसा न करें।
अब साइबर सेल करेगी जांच
सरकार इस मामले को हल्के में लेने के मूड में नहीं है। मुख्य सचिव कार्यालय ने साइबर सेल को इस फर्जी आदेश की गहराई से जांच करने के निर्देश दिए हैं। अब यह पता लगाया जाएगा कि इस फर्जी आदेश को किसने और क्यों बनाया। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को जल्द ही पकड़कर उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी कर्मचारियों में मायूसी
जो सरकारी कर्मचारी इस खबर से खुश हो गए थे, उनके लिए यह किसी झटके से कम नहीं था। कई लोग इस उम्मीद में थे कि सरकार रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा देगी, ताकि उन्हें कुछ और सालों तक नौकरी करने का मौका मिले। लेकिन जैसे ही सरकार ने इस आदेश को फर्जी बताया, वैसे ही उनकी खुशी गायब हो गई।
अफवाहों से बचने की अपील
सरकार ने सभी कर्मचारियों और आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी वायरल खबर पर भरोसा करने से पहले उसकी सच्चाई जरूर जांच लें। आजकल सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वाले लोग बहुत एक्टिव हैं, जो बिना किसी वजह के लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि सिर्फ सरकारी वेबसाइट या आधिकारिक सोर्स से ही किसी खबर की पुष्टि करें।
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। जिसने भी यह फर्जी आदेश बनाया और इसे फैलाया, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सरकार का कहना है कि ऐसे लोगों को सजा देना जरूरी है, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न करे।
क्या सच में रिटायरमेंट उम्र बढ़ सकती है
फिलहाल सरकार ने तो साफ कर दिया है कि रिटायरमेंट उम्र नहीं बढ़ाई जा रही है, लेकिन यह मुद्दा भविष्य में चर्चा का विषय बन सकता है। कई राज्यों में समय-समय पर इस पर बहस होती रहती है कि सरकारी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ाई जाए या नहीं। हालांकि, जब तक सरकार खुद कोई आधिकारिक ऐलान नहीं करती, तब तक किसी भी वायरल खबर पर भरोसा करना सही नहीं होगा।
हरियाणा में सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने को लेकर फैलाई गई यह खबर पूरी तरह फर्जी निकली। सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने वाली अफवाहों से बचने के लिए जरूरी है कि हम किसी भी खबर पर बिना पुष्टि के भरोसा न करें। सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। तो अगली बार जब कोई ऐसी खबर सामने आए, तो पहले उसकी सच्चाई जांच लें, फिर ही उस पर भरोसा करें।