Gold Price Today – भारत में सोने और चांदी की कीमतों में हमेशा उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है और यह लोगों के लिए काफी अहम मुद्दा रहता है। खासकर त्योहारों और शादी के सीजन में जब ज्वेलरी की मांग बढ़ जाती है, तब इनके दामों में तेजी आ जाती है। मौजूदा समय में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिसका कारण वैश्विक आर्थिक स्थितियां, डॉलर की मजबूती और केंद्रीय बैंकों की नीतियां हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें बढ़ने का सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ता है। इसके अलावा, महंगाई दर और आयात शुल्क में बदलाव भी सोने और चांदी के रेट को प्रभावित करते हैं।
आज के सोने और चांदी के ताजा रेट
आज भारत में सोने और चांदी की कीमतें इस प्रकार हैं
- 22 कैरेट सोना: ₹79,400 से ₹79,550 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट सोना: ₹86,610 से ₹86,770 प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना: ₹64,970 प्रति 10 ग्राम
- चांदी की कीमत: ₹96,900 से ₹97,000 प्रति किलोग्राम
ये रेट अलग-अलग शहरों में थोड़ा अलग हो सकते हैं जैसे दिल्ली मुंबई हैदराबाद चेन्नई और कोलकाता में इनके दाम में थोड़ा-बहुत अंतर देखा जाता है।
शहरों के अनुसार सोने की कीमतें
शहर | 22 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) | 24 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹79,550 | ₹86,770 |
मुंबई | ₹79,390 | ₹86,610 |
हैदराबाद | ₹79,390 | ₹86,610 |
चेन्नई | ₹79,390 | ₹86,610 |
कोलकाता | ₹79,390 | ₹86,610 |
अहमदाबाद | ₹79,450 | ₹86,670 |
सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने और चांदी की कीमतें कई वजहों से ऊपर-नीचे होती हैं आइए जानते हैं इनके प्रमुख कारण
महंगाई दर
जब देश में महंगाई बढ़ती है तो सोने की कीमतें भी बढ़ जाती हैं क्योंकि लोग अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए सोने में निवेश करते हैं इससे मांग बढ़ती है और दाम बढ़ जाते हैं।
डॉलर की कीमतें
सोने का व्यापार मुख्य रूप से डॉलर में होता है अगर डॉलर मजबूत होता है तो सोने की कीमतें गिरती हैं और अगर डॉलर कमजोर होता है तो सोने के दाम बढ़ जाते हैं।
ज्वेलरी बाजार की मांग
भारत में सोने की सबसे ज्यादा मांग त्योहारों और शादी के मौसम में होती है इस दौरान खरीदारी बढ़ती है जिससे कीमतों में उछाल आता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार
वैश्विक स्तर पर अगर किसी देश में आर्थिक संकट आता है या किसी बड़े बाजार में मंदी होती है तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं क्योंकि निवेशक इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं।
ब्याज दरें
जब बैंक ब्याज दरें बढ़ाते हैं तो सोने की मांग कम हो जाती है क्योंकि निवेशक बैंक में पैसा रखना ज्यादा पसंद करते हैं और जब ब्याज दरें कम होती हैं तो सोने की मांग बढ़ जाती है।
औद्योगिक मांग
चांदी का इस्तेमाल केवल आभूषणों में नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स और मेडिकल उपकरणों में भी किया जाता है औद्योगिक मांग बढ़ने से चांदी के दाम भी ऊपर चले जाते हैं।
भविष्य में सोने और चांदी की कीमतों का रुझान
विशेषज्ञों के मुताबिक आने वाले समय में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी जा सकती है क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता बनी हुई है और महंगाई दर भी बढ़ रही है इसके अलावा अमेरिका और अन्य देशों की नीतियों का भी असर इनकी कीमतों पर पड़ेगा।
- महंगाई दर: अगर महंगाई बढ़ी तो सोने की कीमतें भी बढ़ेंगी।
- डॉलर की मजबूती: अगर डॉलर कमजोर हुआ तो सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।
- आर्थिक संकट: किसी भी वैश्विक आर्थिक संकट की स्थिति में सोने की मांग बढ़ेगी।
- भारत में ज्वेलरी की मांग: अगर त्योहारों और शादियों के सीजन में मांग बढ़ी तो कीमतें ऊपर जा सकती हैं।
क्या यह सही समय है सोना खरीदने का
अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो मौजूदा समय एक अच्छा अवसर हो सकता है क्योंकि महंगाई लगातार बढ़ रही है और लंबी अवधि में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है निवेशकों को चाहिए कि वे कीमतों पर नजर रखें और सही मौके पर निवेश करें अगर आप ज्वेलरी खरीदना चाहते हैं तो त्योहारों और ऑफर्स के दौरान खरीदारी करना फायदेमंद हो सकता है।
सोने और चांदी की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं और इनका सही आकलन करके ही निवेश करना चाहिए मौजूदा समय में सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं लेकिन आने वाले महीनों में इनमें उछाल देखने को मिल सकता है जो लोग निवेश करना चाहते हैं उन्हें बाजार के रुझान को समझकर निवेश करना चाहिए ताकि उन्हें अधिक लाभ मिल सके।