EPFO News – EPFO से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है जिससे लाखों कर्मचारियों को फायदा होने वाला है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने यह तय किया है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भी पीएफ (Provident Fund) पर 8.25% ब्याज मिलेगा। यानी EPFO खाताधारकों को पहले की तरह ही अच्छा रिटर्न मिलता रहेगा। इस फैसले की सिफारिश सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की बैठक में की गई जिसे श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। अब सरकार की अधिसूचना जारी होते ही खाताधारकों के खातों में ब्याज की राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
EPFO का नया फैसला और इसका असर
इस बैठक से पहले यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि पीएफ पर ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे करोड़ों कर्मचारियों को राहत मिली है। मौजूदा समय में अन्य बचत योजनाओं की तुलना में EPF पर सबसे ज्यादा ब्याज मिल रहा है। 2022 में सरकार ने ब्याज दर को 8.5% से घटाकर 8.1% कर दिया था, लेकिन 2024 में इसे 8.25% किया गया था। इस बार भी यही दर बरकरार रखी गई है जिससे कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी।
EPF पर मिलने वाले ब्याज की तुलना दूसरी योजनाओं से
अगर अन्य सरकारी बचत योजनाओं से EPF की तुलना करें तो यह सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली योजना बनी हुई है। उदाहरण के लिए:
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) – 7.1%
- पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट (5 साल का) – 7.5%
- किसान विकास पत्र (KVP) – 7.5%
- टर्म डिपॉजिट (3 साल का) – 7.1%
- सुकन्या समृद्धि योजना – 8.2%
- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) – 7.7%
- पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट – 4%
इन सभी योजनाओं से ज्यादा ब्याज EPF पर मिल रहा है, जिससे यह अभी भी सबसे आकर्षक और सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है।
EPF के ब्याज से कितना फायदा होगा
अगर किसी कर्मचारी के EPF खाते में 10 लाख रुपये जमा हैं तो 8.25% की ब्याज दर के हिसाब से उसे एक साल में 82,500 रुपये का ब्याज मिलेगा। इसी तरह, यदि किसी कर्मचारी के खाते में 5 लाख रुपये जमा हैं, तो उसे 41,250 रुपये का सालाना ब्याज मिलेगा। यह राशि अन्य बचत योजनाओं के मुकाबले ज्यादा है और इससे कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
PF ट्रांसफर और नौकरी बदलने से जुड़ा नया नियम
EPFO ने हाल ही में नौकरी बदलने और PF ट्रांसफर को लेकर भी एक नया नियम लागू किया है। अगर कोई कर्मचारी एक नौकरी छोड़कर दूसरी जॉइन करता है और उसके बीच दो महीने का अंतराल होता है तो इसे नियमित नौकरी माना जाएगा। इसका मतलब है कि ऐसे कर्मचारियों को भी कर्मचारी जमा लिंक्ड बीमा योजना (EDLI) का लाभ मिलेगा। EDLI के तहत परिवार को 7 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलता है। यह फैसला उन हजारों परिवारों के लिए फायदेमंद होगा जिनके आश्रितों को नौकरी के दौरान कर्मचारी के निधन के बाद आर्थिक मदद मिलती है।
EPF खाताधारकों के लिए जरूरी बातें
- EPF पासबुक चेक करें: अपने खाते में ब्याज जमा हुआ है या नहीं, यह चेक करने के लिए EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पासबुक डाउनलोड कर सकते हैं।
- UAN (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) को एक्टिवेट करें: EPF खाते से जुड़ी सभी जानकारी और ब्याज की स्थिति जानने के लिए UAN नंबर एक्टिवेट होना जरूरी है।
- KYC अपडेट करें: EPF खाते में कोई परेशानी न हो इसके लिए आधार, पैन और बैंक खाते की डिटेल्स अपडेट रखना जरूरी है।
- PF ट्रांसफर करें: अगर आपने नौकरी बदली है तो अपना पुराना PF अकाउंट नए अकाउंट में ट्रांसफर करना जरूरी है।
EPF का भविष्य और संभावनाएं
EPFO समय-समय पर ब्याज दरों में बदलाव करता है जो कि आर्थिक परिस्थितियों, निवेश से होने वाली कमाई और अन्य वित्तीय कारकों पर निर्भर करता है। फिलहाल ब्याज दर को 8.25% बनाए रखने का फैसला कर्मचारियों के लिए राहत भरा है लेकिन भविष्य में यह दर बढ़ भी सकती है या कम भी हो सकती है।
EPFO का यह फैसला कर्मचारियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होने वाला है। इससे न केवल मौजूदा EPF खाताधारकों को लाभ मिलेगा बल्कि नए कर्मचारियों को भी इस योजना के प्रति आकर्षित करेगा। पीएफ में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह एक सुरक्षित और कर-मुक्त निवेश है जो लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देता है।
सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के बाद जल्द ही सभी खाताधारकों के अकाउंट में ब्याज ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसलिए, अगर आप EPF के सदस्य हैं तो अपने खाते की स्थिति पर नजर बनाए रखें और इसे निवेश के बेहतरीन विकल्प के रूप में देखें।