CIBIL Score : आज के डिजिटल जमाने में अगर आपको लोन लेना है, क्रेडिट कार्ड चाहिए या फिर कोई बड़ा फाइनेंशियल फैसला लेना है, तो आपका CIBIL Score बहुत मायने रखता है। ये तीन अंकों का नंबर आपकी आर्थिक सेहत का एक तरह से रिपोर्ट कार्ड होता है, जिसे बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस बहुत ध्यान से देखते हैं।
अगर स्कोर अच्छा है तो आपको आसानी से लोन मिल जाता है, कम ब्याज दर पर फायदे मिलते हैं, और कई तरह के फाइनेंशियल अवसर भी खुल जाते हैं। लेकिन अगर स्कोर खराब हो गया, तो लोन मिलना मुश्किल हो जाता है। अब सवाल यह है कि सिबिल स्कोर खराब क्यों होता है? कौन-कौन सी गलतियां इसे गिराने का काम करती हैं? और सबसे जरूरी बात, इसे सही कैसे करें? चलिए, इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं।
1. समय पर लोन या क्रेडिट कार्ड बिल न भरना
अगर आप अपने लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं भरते, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। एक बार की देरी भी आपके स्कोर को 50-70 अंक तक गिरा सकती है। इसलिए, ऑटो-पेमेंट सेट करें या अपने कैलेंडर में रिमाइंडर लगा लें ताकि कभी भी पेमेंट मिस न हो।
2. क्रेडिट कार्ड की लिमिट का ज्यादा इस्तेमाल करना
अगर आप अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह बैंकों को संकेत देता है कि आप बहुत ज्यादा कर्ज में हैं। इससे सिबिल स्कोर नीचे चला जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी क्रेडिट लिमिट 1 लाख रुपये है, तो कोशिश करें कि 30,000 रुपये से ज्यादा खर्च न करें। अगर खर्च बढ़ रहा है, तो बैंक से क्रेडिट लिमिट बढ़वाने की कोशिश करें।
3. बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना
हर बार जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपका क्रेडिट स्कोर चेक करता है। इसे ‘हार्ड इंक्वायरी’ कहा जाता है, और हर बार इसकी वजह से आपका स्कोर 5-10 अंक तक गिर सकता है। बार-बार अप्लाई करने से बैंकों को लगता है कि आपको पैसों की बहुत जरूरत है और आप वित्तीय रूप से स्थिर नहीं हैं। इसलिए, सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करें।
4. सिर्फ एक ही तरह का क्रेडिट लेना
सिबिल स्कोर की गणना में आपका क्रेडिट मिक्स (यानि कि आपने किन-किन तरह के लोन लिए हैं) भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर होता है। अगर आपके पास सिर्फ क्रेडिट कार्ड का कर्ज है और कोई अन्य लोन (जैसे कि होम लोन, कार लोन) नहीं है, तो आपका स्कोर उतना अच्छा नहीं बनेगा। इसलिए, अगर जरूरत हो तो अलग-अलग तरह के लोन लें ताकि आपका क्रेडिट मिक्स अच्छा बना रहे।
5. पुराना क्रेडिट कार्ड बंद करना
अगर आपने कोई पुराना क्रेडिट कार्ड बंद कर दिया, तो इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री छोटी हो सकती है, जो कि आपके स्कोर को गिराने का काम कर सकती है। क्रेडिट हिस्ट्री जितनी लंबी होगी, उतना ही अच्छा माना जाता है। अगर किसी क्रेडिट कार्ड पर सालाना चार्ज नहीं लग रहा है और आप उसे मैनेज कर सकते हैं, तो उसे खुला ही रखें।
सिबिल स्कोर सुधारने के आसान तरीके
अब जब आपने गलतियां जान लीं, तो आइए अब समझते हैं कि अपने सिबिल स्कोर को कैसे सुधार सकते हैं:
1. समय पर पेमेंट करें
लोन की EMI और क्रेडिट कार्ड के बिल का समय पर भुगतान करें। अगर बार-बार भूल जाते हैं, तो ऑटो-डेबिट सेट करें या मोबाइल पर रिमाइंडर लगाएं।
2. क्रेडिट कार्ड का संतुलित उपयोग करें
अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से कम उपयोग करें। अगर आपको ज्यादा खर्च करना पड़ता है, तो अलग-अलग कार्ड्स में खर्च बांटें या बैंक से लिमिट बढ़ाने का अनुरोध करें।
3. हर साल क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें
सिबिल आपको साल में एक बार मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट देता है। इसे जरूर चेक करें और अगर कोई गलती दिखे, तो तुरंत रिपोर्ट करें।
4. पुराने क्रेडिट कार्ड को एक्टिव रखें
पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद करने की जगह उसे एक्टिव रखें। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री लंबी बनी रहेगी, जिससे स्कोर में सुधार होगा।
5. ज्यादा लोन न लें
फिजूल में बार-बार लोन लेने से बचें। सिर्फ वही लोन लें, जिसे आप समय पर चुका सकते हैं। ज्यादा लोन लेने से आपका Debt-to-Income Ratio बिगड़ जाता है, जिससे सिबिल स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है।
6. सेटलमेंट से बचें
अगर आप किसी बैंक से लोन सेटलमेंट (यानि कि पूरी रकम से कम देकर लोन खत्म करना) करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को 7 साल तक प्रभावित कर सकता है। हमेशा पूरी राशि चुकाने का प्रयास करें।
केरल हाईकोर्ट का अहम फैसला: छात्रों के लिए राहत
हाल ही में केरल हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया है, जिसमें कहा गया है कि कम सिबिल स्कोर के आधार पर एजुकेशन लोन को अस्वीकार नहीं किया जा सकता। यह फैसला उन हजारों छात्रों के लिए राहत लेकर आया है, जिनका या उनके माता-पिता का सिबिल स्कोर कम होने की वजह से उनका एजुकेशन लोन रिजेक्ट हो जाता था।
छात्रों के लिए जरूरी टिप्स
- अगर बैंक सिबिल स्कोर के आधार पर एजुकेशन लोन देने से मना करे, तो केरल हाईकोर्ट के फैसले का हवाला दें
- अपने अकादमिक रिकॉर्ड और करियर प्लान को अच्छे से प्रस्तुत करें, जिससे बैंक को भरोसा हो कि आप लोन चुका सकेंगे
- अगर संभव हो, तो किसी अच्छे क्रेडिट स्कोर वाले व्यक्ति को को-एप्लिकेंट बनाएं
सिबिल स्कोर अच्छा तो फायदे ही फायदे
एक अच्छा सिबिल स्कोर आपको कम ब्याज दर पर लोन, ज्यादा क्रेडिट लिमिट, और कई फाइनेंशियल बेनिफिट्स दिला सकता है। इसे सुधारना कोई मुश्किल काम नहीं है, बस थोड़ी सी समझदारी और अनुशासन चाहिए। समय पर पेमेंट करें, लिमिट से ज्यादा खर्च न करें, और अपनी क्रेडिट रिपोर्ट पर नजर रखें।
अगर आपने ये आदतें अपना लीं, तो आपका सिबिल स्कोर जल्द ही सुधर जाएगा और आपको हर तरह के फाइनेंशियल फैसलों में आसानी होगी।