EMI Bounce : अगर आपने कभी लोन लिया है या लेने की सोच रहे हैं, तो यह जानकारी आपके बहुत काम की है। आमतौर पर अगर किसी महीने आपकी EMI बाउंस हो जाए, तो बैंक पेनाल्टी वसूलते हैं। इसके अलावा, आपका CIBIL स्कोर भी खराब हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि EMI बाउंस होने पर भी आप पेनाल्टी देने से बच सकते हैं? आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे।
EMI बाउंस क्यों होती है
EMI बाउंस होना कोई असामान्य बात नहीं है। कई बार आर्थिक हालात ऐसे हो जाते हैं कि लोगों के बैंक अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस नहीं रहता और EMI कट नहीं पाती। इसकी वजह से बैंक पेनाल्टी लगाते हैं और यह आपके क्रेडिट स्कोर को भी प्रभावित करता है।
बैंक EMI बाउंस पर कितना चार्ज करते हैं
हर बैंक के EMI बाउंस पर अलग-अलग चार्ज होते हैं। चलिए कुछ उदाहरण देखते हैं:
- HDFC बैंक – EMI बाउंस होने पर ₹100 से ₹1,300 तक का चार्ज लग सकता है
- ICICI बैंक – ₹100 से ₹1,000 तक का चार्ज लगता है
- Kotak Mahindra बैंक – EMI न भरने पर बकाया राशि का 8% तक जुर्माना लगता है
अगर EMI बाउंस होती है और समय पर भुगतान नहीं किया जाता, तो बैंक ब्याज पर ब्याज लगाते हैं। इसलिए, EMI को समय पर चुकाना बहुत जरूरी है।
EMI बाउंस से बचने के तरीके
अगर आप EMI बाउंस से बचना चाहते हैं और पेनाल्टी से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो ये उपाय अपनाएं:
1. बैंक से बातचीत करें
अगर आपकी EMI बाउंस हो गई है, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें। कई बार बैंक ग्राहक की स्थिति को देखते हुए लेट फीस और पेनाल्टी माफ कर देते हैं
2. ऑटो-डेबिट का ऑप्शन चुनें
अगर आप मैन्युअली EMI भरना भूल जाते हैं, तो अपने बैंक खाते से ऑटो-डेबिट सेट करें। इससे हर महीने EMI अपने आप कट जाएगी और बाउंस का खतरा नहीं रहेगा।
3. अडवांस EMI पेमेंट करें
अगर आपके पास अतिरिक्त पैसे हैं, तो EMI की रकम पहले से ही अपने खाते में रखें, ताकि कभी बाउंस की समस्या न हो।
4. अल्टरनेट बैंक अकाउंट का उपयोग करें
अगर आपके पास एक से अधिक बैंक खाते हैं, तो EMI के लिए उस खाते का इस्तेमाल करें जिसमें हमेशा पर्याप्त बैलेंस रहता हो।
5. बजट प्लानिंग करें
अगर आपकी EMI ज्यादा है और आपको उसे चुकाने में दिक्कत हो रही है, तो अपनी आय और खर्चों की सही प्लानिंग करें। गैरजरूरी खर्चों में कटौती करें और पहले EMI का ध्यान रखें।
EMI बाउंस होने पर CIBIL स्कोर पर असर
EMI बाउंस होने से न सिर्फ आपको पेनाल्टी देनी पड़ती है, बल्कि आपका क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित होता है। CIBIL स्कोर मुख्य रूप से आपकी पिछले 36 महीनों की क्रेडिट हिस्ट्री पर निर्भर करता है। अगर आप लगातार EMI चुकाने में देरी करते हैं, तो आपका स्कोर कम हो सकता है।
CIBIL स्कोर बचाने के लिए क्या करें
- EMI बाउंस होने पर जितनी जल्दी हो सके उसे चुका दें
- बैंक से बातचीत करें और EMI रीपेमेंट के लिए अतिरिक्त समय मांगे
- अपने क्रेडिट स्कोर को मॉनिटर करें और भविष्य में समय पर EMI भरने की कोशिश करें
- क्रेडिट कार्ड और अन्य लोन की भी समय पर EMI भरें ताकि आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी बनी रहे
RBI के नियम क्या कहते हैं
RBI के नियमों के अनुसार, किसी भी लोन अकाउंट को तभी ओवरड्यू माना जाता है जब वह बिलिंग स्टेटमेंट की तारीख से तीन दिन या उससे अधिक समय तक बकाया रहे। इसका मतलब यह है कि अगर आपकी EMI बाउंस हुई है, तो आपके पास तीन दिन का समय होता है, जिसमें आप भुगतान करके पेनाल्टी से बच सकते हैं।
अगर आपकी EMI बाउंस हो जाती है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे पहले बैंक से बात करें और EMI भरने की व्यवस्था करें। समय पर EMI भुगतान करने से न केवल पेनाल्टी से बच सकते हैं, बल्कि आपका क्रेडिट स्कोर भी सही रहेगा। EMI बाउंस से बचने के लिए ऑटो-डेबिट सेट करें और अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग को मजबूत बनाएं। इससे आप बिना किसी परेशानी के अपने लोन का भुगतान कर पाएंगे।