Home Loan Rules Updates – आजकल पैसे की ज़रूरत किसी को भी पड़ सकती है, और लोन लेना अब कोई बड़ी बात नहीं रही। लेकिन अक्सर आपने सुना होगा कि लोग लोन तो चुका देते हैं, लेकिन बैंक उनके प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट्स या ज़रूरी कागजात लौटाने में टालमटोल करते हैं। इसी मनमानी को रोकने के लिए RBI ने बड़ा फैसला लिया है। अगर बैंक या NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) लोन चुकाने के बाद समय पर दस्तावेज़ नहीं लौटाते, तो अब उन्हें हर दिन 5000 रुपये का जुर्माना देना होगा।
बैंक क्यों करते थे ये मनमानी?
होम लोन या किसी भी तरह का सिक्योर्ड लोन लेने पर ग्राहक अपने डॉक्यूमेंट्स बैंक के पास गिरवी रखते हैं। लोन चुकाने के बाद जब ग्राहक अपने डॉक्यूमेंट्स वापस मांगते थे, तो बैंक बेवजह देरी कर देते थे। कई मामलों में ग्राहकों को महीनों तक चक्कर लगाने पड़ते थे, जिससे उन्हें मानसिक तनाव और वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इस प्रक्रिया में कई बार बैंक अनावश्यक शुल्क भी वसूलते थे या डॉक्यूमेंट्स खो जाने का बहाना बनाते थे। इन्हीं परेशानियों को देखते हुए RBI ने नया नियम लागू किया है, ताकि बैंकों की मनमानी पर रोक लगाई जा सके और ग्राहकों को समय पर उनके दस्तावेज मिल सकें।
कब तक लौटाने होंगे डॉक्यूमेंट्स?
RBI के नए नियम के तहत अब सभी बैंक और NBFC को लोन पूरा चुकाने के 30 दिनों के भीतर ग्राहक को उसके सभी दस्तावेज लौटाने होंगे। अगर बैंक इस समय सीमा का पालन नहीं करता, तो उसे हर दिन 5000 रुपये का जुर्माना भरना होगा। यह नियम 1 दिसंबर 2023 से लागू हो चुका है। इससे पहले हर बैंक अपने नियमों के अनुसार डॉक्यूमेंट्स लौटाता था, जिससे ग्राहकों को काफी असुविधा होती थी। अब इस स्पष्ट समय-सीमा के चलते बैंक किसी भी बहाने से देरी नहीं कर पाएंगे।
ग्राहकों को क्या फायदा होगा?
इस नए नियम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब ग्राहक अपने दस्तावेज़ के लिए बार-बार बैंक के चक्कर नहीं लगाएंगे। अगर बैंक लापरवाही करता है, तो हर दिन का 5000 रुपये सीधे ग्राहक के खाते में आएगा, जिससे बैंक पर दबाव बनेगा कि वे समय पर काम करें। इसके अलावा, अगर बैंक के पास मौजूद दस्तावेज़ खो जाते हैं, तो बैंक को बिना किसी अतिरिक्त चार्ज के ग्राहक को सर्टिफाइड-डुप्लीकेट दस्तावेज़ देने होंगे। यदि किसी ग्राहक की मृत्यु हो जाती है, तो बैंक को कानूनी वारिस को डॉक्यूमेंट्स सौंपने होंगे, ताकि उनके परिवार को किसी तरह की परेशानी न हो।
नया नियम कितना असरदार होगा?
पहले बैंक अपने मनमुताबिक समय लेते थे और ग्राहकों को महीनों तक परेशान करते थे। लेकिन अब RBI ने साफ कर दिया है कि दस्तावेज़ लौटाने की अधिकतम समय-सीमा 30 दिन होगी। अगर किसी कारण से बैंक डॉक्यूमेंट्स खो देता है, तो उसे 30 दिन और मिलेंगे, लेकिन इसके बाद उसे हर दिन 5000 रुपये जुर्माने के रूप में चुकाने होंगे। यह नियम ग्राहकों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा क्योंकि अब बैंक बिना वजह की देरी नहीं कर पाएंगे। यदि आपने भी लोन लिया है और अब तक अपने दस्तावेज़ नहीं मिले हैं, तो बैंक को यह नया नियम जरूर याद दिलाएं!